ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के निर्माण से पेयजल श्रोत सूखने से पौड़ी जनपद के रामपुर-कांडी क्षेत्र में गम्भीर पेयजल संकट..
भगवान सिंह,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन से एक और गढ़वाल के बड़े क्षेत्र को पर्यटन और माल ढोने के लिये एक बड़ी सौगात मिलने की संभावना है,वहीं दूसरी ओर इस रेलवे लाइन के निर्माण से स्थानीय ग्रामीणों को तरह-तरह की समस्याएं भी पेश आ रही हैं।रेलवे लाइन के पौड़ी जनपद के रामपुर-कांडी क्षेत्र के कई गाँवों में इस योजना के निर्माण से जल स्रोतों के सूखने से भयंकर पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है,साथ ही परियोजना निर्माण की कार्यकारी संस्था एलएंडटी द्वारा प्रयोग होने वाले केमिकल्स के ग्रामीणों के खेतों में जाने से खेती भी बर्बाद हो रही है।स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि रेलवे के संबंधित अधिकारियों और रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी से बार-बार अनुरोध करने पर भी उनकी पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है,जबकि यह इलाका ऋषिकेश-बद्रीनाथ पैदल यात्रा मार्ग का मुख्य पड़ाव भी है और इससे चार-धाम यात्रा सीजन सिर पर होने से पैदल बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानी पेश आने की पूरी सम्भावना है। “जागो उत्तराखंड” ने उक्त प्रकरण को जिलाधिकारी पौड़ी डॉ विजय कुमार जोगदंडे के समक्ष रखा,जिस पर उन्होंने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को इलाके का मौका मुआयना करने और रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी को भी पेयजल समस्या के समाधान करने और फिलहाल ग्रामीणों की पेयजल समस्या के तात्कालिक समाधान करने हेतु टैंकरों से पेयजल उपलब्ध करवाने का निर्देश दे दिया है,साथ ही उन्होंने पेयजल श्रोत के ऊपर रेलवे की निर्माणकारी संस्था एलएंडटी द्वारा हैण्डपम्प लगाने से जलस्रोत के सूखने और केमिकल्स के प्रयोग से ग्रामीणों की खेती के बर्बाद होने की जाँच हेतु एक जॉइंट कमेटी बनाने की बात भी कही है।