कोरोना के ख़िलाफ़ जंग में गरीबों को राहत देने “सुन्दीभाई” एक बार फ़िर बने सांताक्लॉज..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं,जिनका चरित्र विपरीत परिस्थितियों में और निखर कर सामने आता है,कोरोना महामारी को लेकर जब सारी दुनिया अपने और अपने परिवार के सदस्यों को इस महामारी से बचाने के बारे में ही सोच रही है,कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उनके बारे में भी सोच रहे हैं,जिनके पास लॉकडाउन के दौरान दो जून की रोटी का भी जुगाड़ नहीं है,ये रोज कमाकर खाने वाले मजदूर और बेहद ग़रीब तबके के लोग हैं,आज पौड़ी में उप जिलाधिकारी पौड़ी अंशुल सिंह की सहमति के बाद यह तय हुआ की गरीब और लाचार तबके के लोगों को भोजन और राशन आदि उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए और कुछ वॉलंटियर्स आगे आयें, जिसके लिये क्रिसमस में अकसर सांताक्लॉज बनने वाले हर दिल अज़ीज सर्वेश कुकरेती उर्फ “सुन्दी भाई”ने सबसे पहले अपना हाथ आगे किया, उनके साथ उनकी पत्नी डॉ श्वेता भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी थी,दम्पति ने करीब 50 लोगों के लिए ख़ुद भोजन तैयार किया,जिसे गरीबों में बांटने के लिए अध्यापक कमलेश बलूनी और युवा कारोबारी ध्रुव डुडेजा भी आगे आ गये,ध्रुव ने पूरे पौड़ी जनपद के लिए लॉकडाउन के दौरान भोजन इत्यादि की व्यवस्था करने के लिए एक रेस्क्यू प्लान भी तैयार किया है,जिस पर आगे काम होना है,लेकिन आज “सुन्दी भाई”जिस तरह एक बार फ़िर गरीबों को राहत देने सांताक्लॉज बनकर सामने आये,उससे उम्मीद है कि कोरोना महामारी से मानवता को बचाने के लिये अपने गरीब और लाचार भाई बहनों की मदद के लिये और सैकड़ों हाथ आगे आयेंगे।