कोटद्वार में वन सम्पदा ही नहीं खनन सम्पदा पर भी डाका…उत्तराखण्ड सरकार की “रिवर ट्रेनिंग पालिसी” …
कोटद्वार में वन ही नहीं खनन सम्पदा पर भी डाका डाला जा रहा है, जिसके लिए उत्तराखण्ड सरकार की रिवर ट्रेनिंग पालिसी के तहत मशीनों द्वारा विशेष परिस्थितियों में स्थानीय स्तर पर एसडीएम,वन और खनन आदि अधिकारियों द्वारा गठित टीम द्वारा सुखरो व खोह नदियों में पोकलैंड मशीन लगाने की अनुमति दी गयी है ,वो “विशेष परिस्थिति” सवालों के घेरे में हैं,क्योंकि खनन की स्वीकृति के शुरुवात से ही पोकलैंड मशीन लगाने की अनुमति दे दी गयी है ,स्थानीय लोग लगातार नदी से लगे अपने गाँव को इससे बेहिसाब खतरे के कारण इसका विरोध कर रहे हैं ,जानकारी मिली है कि ये खनन स्वीकृतियां सत्तानशीनों के नजदीकियों को दी गयी है, जिस वजह से स्थानीय प्रशासन मुंह फेरे खड़ा है ,समझा जा सकता है आखिर क्यों ? “जागो उत्तराखण्ड” की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट…