जागो उत्तराखण्ड की खबर का असर..
ANM भर्ती प्रक्रिया आई जांच के दायरे में,अनुसूचित जाति आयोग ने चिकित्सा चयन बोर्ड को दिया दस दिन का अल्टीमेटम…
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
ANM भर्ती प्रक्रिया में “जागो उत्तराखण्ड” की खबर का एक और असर हुआ है!अब अनुसूचित जाति आयोग ने भी भर्ती में अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों को तयशुदा रोस्टर के आधार पर चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड द्वारा जारी सूची में स्थान न मिलने पर सवाल खड़े कर दिये हैं! आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को पत्र लिखकर दस दिन के भीतर इस सम्बंध में रिपोर्ट तलब करने को कहा है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एएनएम की 824 पदों पर चल रही भर्ती में नियमानुसार अनुसूचित जाति का 19 प्रतिशत आरक्षण रोस्टर के अनुसार नही लगाया गया है। विभाग ने जो भर्ती सूची जारी की है,उसमें अनुसूचित जाति के 133 ,जनजाति के 48 अन्य पिछड़ा वर्ग के 55 और शेष 555 अनारक्षित पद दर्शाए गए हैं। जो कि आरक्षण नियमावली रोस्टर के अनुसार 19 प्रतिशत भी पूरा नहीं है ।बोर्ड ने रोस्टर में अनुसूचित जाति के आरक्षण का पालन ठीक से नहीं किया। इस जाति के लोगों को 23 पदों से वंचित किया जा रहा है। आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने कहा कि आयोग को हल्द्वानी निवासी रवि कुमार का पत्र मिला है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि चिकित्सा शिक्षा चयन बोर्ड ने अनुसूचित जाति कोटे को कम किया है।इस तरह चारों ओर से घिरने के बाद भर्ती में कोई गड़बड़झाला हो पाये,मुमकिन नहीं लगता।