देहरादून में गलियों में चल रहे क्लीनिकों से परेशान जनता,एक और मामला सेलाकुई से..
शिवा भारद्वाज,जागो ब्यूरो विकासनगर
हमारी देहरादून की गलियों में चल रहे क्लीनिको से जनता को हो रही परेशानी की ख़बर का असर हुआ है,ताजा मामला सेलाकुई क्षेत्र का है,जो जागो उत्तराखण्ड के सिटीज़न जर्नलिस्ट अनुज पँवार ने भेजा है,सेलाकुई देहरादून के पछवादून में स्थित है, जो कि इंडस्ट्रीयल एरिया से सटा हुआ है और सेलाकुई में स्थित है हरिपुर नाम का एक गाँव और यहाँ स्थित है प्राइवेट सेक्टर में काम करने वालो मजदूर लौगों के इलाज करने के लिए सरकारी ईएसआई डिस्पेन्सरी,जहाँ पर एक पर्चा भी नहीं मिलता है, मरीज को अगर किसी बड़े अस्पताल मे इलाज के लिए ट्रांसफर किया जाता हैं,तो उसके लिए भी मरीज को वो सरकारी कागज़ भी बाहर दुकान से खरीदने पडते है जो की डिस्पेन्सरी में उपलब्ध होने चाहिए। डिस्पेन्सरी के बाहर एक टीन से बनाईं गयी टेम्परेरी दुकान है,जहाँ मरीज़ों को डिस्पेन्सरी के कर्मचारियों द्वारा भेजा जाता है, डिस्पेन्सरी एक तो आवसीय कालोनी में स्थित है, जहाँ पर पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है, जिससे आस पास में रह रहे लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।सरकार को इस मुद्दे की तरफ ध्यान देना चाहिये तथाआस-पास के लोगो एवं मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखकर इसे कही और शिफ्ट किया जाना चाहिए।