स्वास्थ्य केंद्र में भारी लापरवाही का मामला:नसबंदी के बाद भी बच्चे का जन्म और माँ की मौत!
कुलदीप बिष्ट ,जागो ब्यूरो,पौड़ी
पौड़ी जिले के पाटीसैंण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भारी लापरवाही का मामला सामने आया है, मामला 2014 का है,जब पीप खोला गांव के केदार दत्त नाम के एक ग्रामीण ने अपनी धर्मपत्नी दीपा देवी का परिवार नियोजन का ऑपरेशन सरकारी अस्पताल पाटीसैंण में कराया ,केदार दत्त का आरोप है,कि उस समय के डॉ विपिन बिहारी ने उनकी धर्मपत्नी का परिवार नियोजन का ऑपरेशन किया,2017 में परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने के बावजूद उनकी धर्म पत्नी ने गर्भ धारण किया
2018 में उनकी पत्नी का प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई, इस दौरान उनकी पत्नी ने एक लड़की को जन्म दिया। उनका आरोप है कि परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने के बावजूद भी उनकी धर्मपत्नी ने गर्भधारण कैसे कर दिया?उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य विभाग ने उनके जाली दस्तखत करके उनकी लड़की को किसी और को गोद दे दिया,जिसको वापस लेने की मांग के साथ-साथ वे स्वास्थ्य विभाग पर विभागीय और कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहे है। स्वास्थ्य विभाग का यह पीड़ित न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है, मगर दर-दर भटकने के बावजूद भी कोई भी उसकी सुनने वाला नहीं है, केदार दत्त के आरोप सीधा-सीधा स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं, जहां एक और सरकारों द्वारा परिवार नियोजन करने के लिए तरह-तरह की कार्यक्रम प्रदेश स्तर पर चलाए जा रहे हैं, तो वही परिवार नियोजन का ऑपरेशन करने के बावजूद भी महिलाएं गर्भधारण कर रही है, जिसका खामियाजा उन्हें अपनी जान देकर उठाना पड़ रहा है, वही सी०एम०ओ० पौड़ी का कहना है कि परिवार नियोजन ऑपरेशन के दौरान ये बहुत से केसों में होता है,जहां पर परिवार नियोजन ऑपरेशन के बाद भी महिलाओ का गर्व धारण हो जाता है,सी०एम०ओ० पौड़ी का बयान भी स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है