
हरिद्वार । सीपीएसटीयू के घटक दलों द्वारा दिल्ली में संपन्न हुई जिसमें भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में पूरे भारत ने जेल भरो आंदोलन, असहयोग आंदोलन विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया गया। जिसमें मुख्य ज्वलंत समस्याओं को लेकर 9 अगस्त 2020 को आंदोलन किया गया। जिनमे प्रमुख रूप से श्रम कानूनों में किए जा रहे मजदूर विरोधी परिवर्तनों के विरोध में,भारत सरकार द्वारा न्यूनतम वेतनमान लागू नहीं किए जाने के विरोध में, भेल एवं अन्ना पीएसयू की संपत्तियों को बेचने के विरोध में, केंद्रीय सरकार के उपक्रम कोयला खदान रेलवे एलआईसी बैंक पावर सेक्टर रक्षा क्षेत्र एवं अन्य क्षेत्रों के निजी करण एवं विनिवेश ई करण के विरोध में, पेंशधारियों एवं सरकारी कर्मचारियों के डीए को फ्रिज किए जाने के विरोध में, लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए मजदूरों को 7500ध् प्रतिमाह मानदेय हस्तांतरण ना किए जाने के विरोध में।
इस कड़ी में एचएमएस के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिद्धू के आवाहन पर कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए यूनियन कार्यालय पर प्रातः 10रू00 बजे से 12रू00 बजे तक सत्याग्रह आंदोलन भारत बचाओ दिवस के रूप में किया गया। जिसकी अध्यक्षता एचएमएस हीपध्सी एफ एफ पी अध्यक्ष एमपी सिंह जी द्वारा की गई।।
मुख्य वक्ताओं में हिप महामंत्री मनीष सिंह,फाउंड्री महामंत्री सचिन शर्मा, प्रेमचंद सिमरा, राधेश्याम ,पंकज शर्मा, नरेश सिंह ,अमरजीत ,आशुतोष शर्मा ,नरेश नेगी, वीरेंद्र चैहान, मुकेश चंद ,अमित महिपाल ,योगेंद्र, सचिन राठी ,संजय शर्मा ,रणवीर ,विपिन यादव, अशोक शर्मा ,फिरोज, विनय तावडे ,सुशील कुमार, रविंद्र यादव आदि ने अपने विचार रखे एवं आवान किया कि देश के 54 करोड़ संगठित एवं असंगठित मजदूर 9 अगस्त से 18 अगस्त तक क्रमवार आंदोलन जारी रखेंगे और अगर तब भी सरकार मजदूर विरोधी कुंभकरणी नींद से नहीं जागती है,तब मजबूर हो यह आंदोलन आगे भी जारी रखा जाएगा।