वीरांगना तीलू रौतेली की जयन्ती के अवसर पर एक मंच पर आये स्वरोजगारी..
जागो ब्यूरो विशेष:
वीरांगना तीलू रौतेली की 359 वी जयंती के अवसर पर पौड़ी जनपद के चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र के कई स्वरोजगारी एक मंच पर एकत्रित हुए और उन्होंने इस अवसर पर “उत्तराखंड में स्वरोजगार के अवसर” विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त किये,विचार गोष्ठी में फील गुड ट्रस्ट के सुधीर,निर्मला सुंद्रियाल,आकांक्षा सुन्द्रियाल,वन्दना बिष्ट,कीवी प्लांटेशन का बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत करने वाले अनूप पटवाल,मशरूम की खेती करने वाली युवा तनु पंत,वैद्य राजेंद्र रावत,जैविक सब्जी उत्पादक शैलेश पोखरियाल,आदि सम्मिलित थे,इस अवसर पर हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय के डायरेक्टर डॉक्टर संजय ऋषीश्वर ने भी अपने विचार व्यक्त किए,डॉ ऋषीश्वर ने कहा कि उत्तराखण्ड के पहाड़ी अंचलों के लगभग सारे ही कृषि उत्पाद जैविक हैं और यदि इन जैविक उत्पादों की लाइसेंसिंग ले ली जाए तो इनकी कीमत में कई गुना बढ़ोतरी हो सकती है और मार्केट से इन उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सकती है,सभी स्वरोजगारियों ने ग्रामीणों को अपने-अपने स्वरोजगार उपक्रम विकसित करने के बारे में जानकारी दी,कि ग्रामीण कैसे इन स्वरोजगार को अपने घर गांव में ही विकसित कर सकते हैं?इस अवसर पर “जागो उत्तराखण्ड” की ओर से सम्पादक आशुतोष नेगी और “जागो उत्तराखण्ड”के कृषि विशेषज्ञ अम्बेश पन्त ने भी अपने विचार व्यक्त किये और “जागो उत्तराखण्ड” की तरफ से सभी काश्तकारों को एक अम्ब्रेला के तहत सर्किट हाउस पौड़ी स्थित “जागो उत्तराखण्ड” के पहाड़ी स्टोर में उनके उत्पादों का डिस्प्ले और मार्केटिंग की सुविधा प्रदान करने की बात रखी,साथ ही इन उत्पादों को देश-विदेश में बिक्री कर इसका लाभांश ग्रामीण काश्तकारों को उनके घर पर ही पहुंचाने का वादा भी किया गया,”जागो उत्तराखण्ड ” द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं को अपने स्तर से सुलझाने का भी वादा किया गया,कार्यक्रम का संचालन स्थानीय युवा रोहित नेगी ने किया,वीरांगना तीलू रौतेली की जयन्ती के अवसर पर आयोजित यह विचार गोष्टी स्वरोजगार से उत्तराखण्ड के ग्रामीणों अंचलों में खुशहाली लाने के लिए सभी स्वरोजगारियों और जनता के एकजुट होने के आह्वान के संकल्प के साथ संपन्न हुयी।