कोटद्वार को नगरनिगम बनाये जाने का विरोध कर रही जनता की अगुवाई कर रहे राज्य आन्दोलनकारी डॉ. शक्तिशैल कपरवाण से “जागो उत्तराखण्ड” की बातचीत…
प्रदेश सरकार जहां एक तरफ निकाय चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी करने को तैयार है, वहीं पौड़ी गढवाल के कोटद्वार मे नगर निगम का विरोध थमने का नाम नही ले रहा है, यहां तहसील परिसर मे एक बार फिर ग्रामीण अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गये है, प्रदेश सरकार ने नगरपालिका कोटद्वार के साथ आसपास के 15 से ज्यादा गांव के मिलाकर नगर निगम बनाने की घोषणा की थी, जिसके बाद ग्रामीण हाइकोर्ट चले गये थे, जहां ग्रामीणों के पक्ष मे कोर्ट ने फैसला सुनाया और सरकार से इस पर रिर्पोट तलब की,अब ग्रामीणों का कहना है कि माननीय हाईकोर्ट ने जब फैसला उनके पक्ष मे सुनाया तो सरकार ने एक कमेटी बिठाकर दोबारा हाईकोर्ट को गुमराह किया और निगम पर आम लोगों की झूठी सहमती कोर्ट को प्रस्तुत की , जो सरासर उनके साथ धोखाधड़ी है, आपको बता दें कि कोटद्वार के भाबर क्षेत्र मे कई गांव खेती बाड़ी करते हैं और ग्राम पचांयत के माध्यम से ही चलते हैं, जिन्हें कोटद्वार नगर निगम मे मिलाया जा रहा है ग्रामीणों का कहना है, कि इससे उन पर निगम के टैक्स का दबाव होगा वहीं इससे गांव का अस्तित्व खत्म किया जा रहा है…