सड़क बनाने के नाम पर नियम कानूनो को ताक पर रखकर पीएमजीएसवाई व पूर्व मन्त्रीपुत्र ठेकेदार पर्यावरण को पहुंचा रहा भारी नुकसान
टिहरी जनपद की कीर्तिनगर तहसील के अन्तर्गत सड़क बनाने के नाम पर नियम कानूनो को ताक मे रखकर पीएमजीएसवाई विभाग व सड़क निर्माण ठेकेदार पर्यावारण को भारी नुकसान पहुंचा रहे है, दरअसल टिहरी जिले के कीर्तिनगर के झिनझिनीसैण – जखेड मोटर मार्ग की स्वीकृति के बाद वन विभाग की संस्तुति से वन निगम द्वारा सड़क मार्ग मे आने वाले स्वीकृत पेड़ों को काटा जाना था, लेकिन सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार ने वन निगम द्वारा पेड़ काटने से पहले ही बिना अनुमति के जगंल मे जेसीबी मशीन व पोकलैंड मशीनों को घुसा दिया और पेड़ों को काटने की बजाय सैकड़ों पेड़ों को उखाड़कर इधर उधर फेंकना शुरू कर दिया 10.30 किमी की इस सड़क के शुरूआती दो किमी मे ही 100 से ज्यादा पेड़ उखाडकर फेके गये है, यही नही सड़क काटकर मिट्टी को डम्पिग क्षेत्र मे डालने की बजाय सड़क के इधर उधर जंगल मे डाला जा रहा है, जिससे पर्यावरण को बड़ी मात्रा मे क्षति पहुंचाई जा रही है वहीं स्थानीय लोगों की भूमि को भी इससे खतरा पैदा हो रहा है,सड़क निमार्ण करने ठेकेदार के कर्मचारियों का कहना है कि पीएमजीएसवाई विभाग ने उनपर काम जल्दी करने का दबाब डाला है जिससे उन्होने पेड़ो को सड़क के इधर उधर फेका है, मामले के संज्ञान मे आने के बाद उपजिलाधिकारी कीर्तिनगर ने सड़क निमार्ण कार्य को रोकने के आदेश दे दिए है और पीएमजेएसवाई से इस पर स्पष्टीकरण भी माँगा है “जागो उत्तराखण्ड” की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट