जनपदीय अधिकारियों से निराश नागरिक कल्याण मंच पौड़ी ने आयुक्त गढ़वाल मण्डल रविनाथ रमन को सौंपा ज्ञापन..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
नागरिक कल्याण मंच पौड़ी ने आयुक्त गढ़वाल मण्डल को पौड़ी की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु एक ज्ञापन सौंपा है,दरअसल पौड़ी के जनपद स्तर के अधिकारियों से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद समस्याएं तस की तस हैं,ज्ञापन में जिक्र की गयी प्रमुख समस्याओं में,अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका परिषद पौड़ी द्वारा नगर में सफ़ाई व कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था न कर पाना,सड़कों पर आवारा घूम रहे बेहताशा आवारा पशुओं के निज़ात न दिलवा पाना,नगर में बिना पशु चिकित्सा अधिकारी के प्रमाणपत्र के माँस की बिक्री होना,प्रभागीय वन अधिकारी गढ़वाल द्वारा बन्दरों के समस्या से निज़ात न दिलवाना,अधिशाषी अभियन्ता राष्ट्रीय राजमार्ग श्रीनगर द्वारा पौड़ी-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण , अतिक्रमण मुक्त करने और बन्द पड़े स्क्रवर को खुलवाने में फेल होना,निदेशक चिकित्सा शिक्षा द्वारा पौड़ी-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्मित नर्सिंग कॉलेज में प्रशिक्षण प्रारम्भ न कर पाना,उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा पौड़ी नगर में अधूरे निर्मित पॉलीटेक्निक भवन को पूरा न कर पाना,अधिशाषी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड,पौड़ी द्वारा वर्षो से लम्बित पड़े बस स्टेशन का निर्माण पूरा न करवा पाना व जिलाधिकारी पौड़ी द्वारा कलेक्ट्रेट भवन को कार्यदायी संस्था निर्माण खण्ड लोक निर्माण से पूरा न करवा पाना आदि प्रमुख माँगो को लेकर आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रामन को ज्ञापन सौंपा गया है,
मंच के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने आयुक्त गढ़वाल से उक्त अधिकारियों को समस्याओं के समाधान हेतु निर्देशित करने का अनुरोध किया है,ऐसा न होने पर वे धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे,जिसकी जिम्मेदारी सम्बंधित जनपदीय अधिकारियों की होगी,आयुक्त रविनाथ रमन ने “जागो उत्तराखण्ड” को बताया कि संबंन्धित अधिकारियों को उक्त सम्बन्ध में निर्देशित किया जा रहा है,इसके अलावा उन्होंने स्वयं समेत सभी मण्डलीय अधिकारियों की पौड़ी में सर्दियों के बाद उपस्थिति सुनिश्वित रहने कभी आश्वाशन दिया हैआयुक्त गढ़वाल मण्डल से मुलाक़ात करने वालों में नागरिक कल्याण मंच के अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत,सचिव/प्रवक्ता भगवान सिंह टम्टा,महासचिव केदार सिंह गुसाईं,वरिष्ठ नागरिक गिरीश बड़थ्वाल समेत मंच के अन्य वरिष्ठ सदस्य सम्मिलित थे।