Pandey’s suicide again raises big question on demonetization & GST

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कृषि मन्त्री सुबोध उनियाल को अपनी फ़रियाद सुनाने आये और सरकार द्वारा कोई सुनवाई न होने से व्यथित होकर जहर खाने वाले हल्द्वानी के ट्रांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय ने मैक्स अस्पताल में तोड़ा दम…

लाशों पर राजनीति करने की फ़ितरत है बीजेपी को… :आजाद अली

मैक्स अस्पताल में आज कृषि मन्त्री सुबोध उनियाल को अपनी फ़रियाद सुनाने आये और सरकार द्वारा कोई सुनवाई न होने से व्यथित होकर जहर खाने वाले हल्द्वानी के ट्रांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय ने दम तोड़ दिया ,पाण्डेय के कारोबार की कमर जीएसटी और नोटबन्दी ने तोड़ डाली थी ,जहर खाते समय “नोटबन्दी” और “जीएसटी” यही दो शब्द उसकी जुबान पर थे,बेहद परेशान पाण्डेय अपने बिलों का भुगतान न होने से लम्बे समय से दिक्कतों में था, उसने अपने रिकार्डेड वीडियो में मुख्यमन्त्री के निजी स्टाफ के एक व्यक्ति का नाम लेकर भी आरोप लगाया है, कि मदद के नाम पर वे,उसे बीपीएल कार्ड बनाने की सलाह देकर, उसका मज़ाक बना रहे थे,इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली ने प्रकाश पाण्डेय की मौत पर बेहद अफ़सोस जाहिर करते हुए,आम जनमानस और व्यापारियों से अनुरोध किया है,कि जीएसटी और नोटबन्दी से हो रही परेशानियों से कोई भी पाण्डेय जैसा कदम न उठाये,कांग्रेस उनकी हर समस्या के समाधान के लिए उनके साथ खड़ी है, उन्होंने बीजीपी को लाशों पर राजनीति करने की फ़ितरत वाली पार्टी करार देते हुए ,राज्य सरकार के पाण्डेय के साथ व्यवहार को बेहद संवेदनहीन करार दिया…

 

 

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