परेड ग्राउंड से धरना स्थल शिफ्ट करना त्रिवेंद्र सरकार का एक और जनविरोधी कदम..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
देहरादून के परेड ग्राउंड से भारी विरोध के बीच धरना स्थल शिफ्ट कर दिया गया है,यंहा पर फारेस्ट गार्ड भर्ती रद्द किये जाने की माँग को लेकर उत्तराखण्ड बेरोजगार संगठन,मानदेय बढ़ोत्तरी की माँग आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों का धरना ,गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान का आंदोलन और विभिन्न माँगो को लेकर उत्तराखण्ड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच का धरना जारी था,कल रात पहले जेसीबी से धरना स्थल को खुर्द बुर्द किया गया और फ़िर आज भारी पुलिस फोर्स की मदद और नगर निगम की मदद से धरना स्थल पर मौजूद आंदोलनकारी संगठनों के टेंट, शेडों व बैनरों को ढहा दिया गया,इस बीच आंदोलनकारियों ने जेसीबी से खुर्द बुर्द की गयी जमीन पर प्याज़ बोकर और जनगण मन गाकर हर तरीके सेअपना विरोध जताया लेकिन पुलिस -प्रशासन ने सरकारी फ़रमान को अमली जामा पहना कर धरना स्थल को हटाकर ही दम लिया, सिटी मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल के नेतृत्त्व में पुलिस और प्रशासन जँहा ये दावा कर रहा है कि यातायात व्यवस्था को बेहतर करने और स्मार्ट सिटी को विकसित करने के लिए धरना स्थल शिफ्ट करना आवश्यक था,वंही सभी आन्दोलनकारी संगठनों ने इसे त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा लोकतंत्र की सुनियोजित हत्या और जनता के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन करार दिया है।