एम्स ऋषिकेश को रोबोटिक सर्जरी में सफलता…
सुदीप कपरूवान, जागो ब्यूरो ऋषिकेश:
उत्तराखण्ड का एम्स उत्तराखण्ड ही नहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तमाम मरीज अपना इलाज करवाने पहुंच रहे हैं,जो पूरी संतुष्टि से इलाज करवाकर एम्स से वापस घर जा रहे हैं, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ऋषिकेश में बाल शल्य चिकित्सा विभाग ने एक चार वर्षीय बच्चे की किडनी के कैंसर की रोबोटिक सर्जरी करने में सफलता प्राप्त की है,एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि संस्थान के बाल शल्य चिकित्सा विभाग द्वारा बीते करीब एक वर्ष से रोबोटिक सर्जरी की मदद से काफी संख्या में ऑपरेशन किये गये हैं,जिनमें अधिकांश ऑपरेशन सफल रहे हैं। वर्तमान मामला मुजफ्फरनगर निवासी परिजन के चार साल के बच्चे के बाईं किडनी के कैंसर के उपचार से सम्बंधित है ,ये लोग एम्स ऋषिकेश पहुंचे,विभागीय सह आचार्य डा. रजत पिपलानी ने सभी तरह के परीक्षण के बाद उन्हें बताया कि किडनी के इस कैंसर को विलम्स ट्यूमर के नाम से जाना जाता है,जिसमें सर्जरी करने से पहले कुछ हफ्ते मरीज को कैंसर की दवा दी जाती है, इसके बाद ऑपरेशन से उस गुर्दे को निकाला जाता है,उन्होंने बताया कि अधिकांश मामलों में यह ऑपरेशन चीरा लगाकर किया जाता है,डा. रजत पिपलानी के अनुसार उन्होंने बच्चे के परिजनों को रोबोटिक सर्जरी द्वारा ऑपरेशन करने के बाबत अवगत कराया, इसके बाद परिजनों की सहमति लेने पर चार वर्षीय बच्चे की सफलतापूर्वक रोबोटिक सर्जरी की गई। इसके बाद अब बच्चे की दोबारा अगले कुछ महीनों की दवा मेडिकल ओंकोलॉजी विभाग के डा. अमित सहरावत की देखरेख में चलायी जा रही है,खुशी की बात यह है कि एम्स में समस्त स्टाफ द्वारा भी मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार किया जा रहा है।