बहुप्रतीक्षित ल्वाली झील का निर्माण आखिरकार होगा शुरू…
पौड़ी की गगवाड़स्यूं घाटी में पिछले एक दशक से ज़्यादा समय से अधर में लटकी ल्वाली झील का निर्माण कार्य अन्ततः शुरू होता हुआ दिखायी पड़ रहा है,कल पौड़ी के उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा,राजस्व विभाग के अधिकारियों और सिंचाई विभाग के अस्सिस्टेंट इंजीनियर शशांक सक्सेना और जूनियर इंजीनियर मनोज नेगी के साथ स्थानीय ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित हुयी,जिसमें झील निर्माण के लिये 1992 से संघर्षरत कुंजेठा के वरिष्ठ नागरिक खेमसिंह सजवाण,सुमेरपुर के सीताराम जुयाल,बीरबल माडंगी, तमलाग,मनमोहन सिंह प्रधान,तमलाग,पुष्कर सिंह नेगी,नेग्याणा,देवेंद्र सिंह रावत,चमल्याखाल,मोहन प्रकाश,हरदयाल पटवाल,उज्याड़ी,मेहरबान सिंह नेगी तमलाग ,हिम्मत सिंह रावत ,तमलाग आदि लोग मौजूद थे,बैठक में सर्वसम्मति से झील निर्माण हेतु भूमि पर सहमति बन गयी,जिसके बाद आज रविवार को मौके पर जाकर राजस्व व सिंचाई विभाग के अधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में झील निर्माण क्षेत्र का सीमांकन कर दिया गया,उम्मीद की जा रही है कि 29 जून को पौड़ी में होने वाली उत्तराखण्ड सरकार की कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमन्त्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा ,शिलान्यास कर,बहुप्रतीक्षित ल्वाली झील का निर्माण कार्य आखिरकार शुरू हो जायेगा, झील निर्माण का कार्य प्रारम्भ होने से सम्पूर्ण गगवाड़स्यूं घाटी में खुशी की लहर है,ग्रामीणों ने झील निर्माण का कार्य प्रारम्भ किये जाने हेतु उत्तराखण्ड सरकार,सिंचाई विभाग,उपजिलाधिकारी पौड़ी समेत झील के लिये संघर्षरत सभी लोगों का आभार प्रकट किया है, “जागो उत्तराखण्ड” भी लम्बे समय से पौड़ी क्षेत्र के पर्यटन विकास हेतु ल्वाली झील के निर्माण को महत्वपूर्ण मानते हुये उत्तराखण्ड सरकार के प्रतिनिधियों और शासन से ल्वाली झील के निर्माण हेतु ग्रामीणों के साथ मिलकर लगातार आवाज़ उठा रहा है,अब जब झील का निर्माण प्रारम्भ होने ही जा रहा है, तो झील निर्माण हेतु संघर्षरत सभी लोगों को बधाई देते हुये उम्मीद ज़ाहिर करता है,कि जल्द ल्वाली झील एक बड़े पर्यटन आकर्षण के रूप में हमारे बीच एक हक़ीक़त होगी।
https://www.facebook.com/jagouttarakhandweekly/videos/1763202957036455/