आबकारी विभाग की छत्रछाया में शराब व्यवसायी राजधानी दून में ग्राहकों की सेहत से खिलवाड़ कर परोश रहे पुरानी बियर…
शराब और खनन से माल कमाओ और अपनी जेबें भरो…
हक़ीक़त में अगर उत्तराखण्ड में पिछले सत्रह बर्षों में कंही विकास हुआ है, तो इन्ही धन्धों से जुड़े माफियाओं ,नौकरशाहों और राजनेताओं के अनैतिक गठजोड़ का ,आज “जागो उत्तराखण्ड” को जानकारी मिली कि राजधानी दून के राजपुर रोड स्थित चहल पहल वाली एक शराब की दुकान से जुलाई 2017 में निर्मित ,छः महीने से पुरानी बियर की एक ब्रांड केन में बेचीं जा रही हैं “जागो उत्तराखण्ड” के ख़ुफ़िया कैमरे में उक्त दुकान से पुरानी बियर को बेचने और खरीदने का वीडियो क़ैद भी हो गया ,जिसके बाद “जागो उत्तराखण्ड” प्रतिनिधि द्वारा जिला आबकारी अधिकारी मनोज कुमार उपाध्याय से उक्त मदिरा दुकान पर नियमानुसार क़ानूनी कार्यवाही करने हेतु दूरभाष और बाद में कार्यालय जाकर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन श्रीमान पहले तो मीटिंग का हवाला देकर बचने का प्रयास करते रहे और शाम को अपने कार्यालय में उपलब्ध हुए, तो हमें सीख देने लगे कि” क्या आपको पता है कि कैसे दुकान का सैंपल लिया जाता है ? यंहा तक उनकी बेपरवाही का आलम ये था, कि उन्होंने यंहा तक कहा कि आप ये लिख दीजिये कि जिला आबकारी अधिकारी ने कैमरे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है, मैं सोमवार को इस बारे में कुछ कहूँगा…जिसका साफ़ मतलब यही समझा जायेगा कि वे मार्च फाइनल में शराब व्यवसायियों को पुराना स्टॉक ठिकाने लगाने में सहयोग कर रहे हैं और जनता के स्वास्थ्य से उनका कोई लेना देना नहीं है ,”जागो उत्तराखण्ड” के पास जिला आबकारी अधिकारी मनोज उपाध्याय का वो ऑडियो भी उपलब्ध है, जिससे वे अश्लील शब्दावली का प्रयोग करते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचारी को मामले को निबटाने के निर्देश भी दे रहे हैं ,खैर !”जागो उत्तराखण्ड” आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों और मन्त्री प्रकाश पन्त तक इस मामले को लेकर जायेगा ,जो बाक़ायदा सोशल मीडिया पर आकर स्वयं जनता से आबकारी विभाग के खिलाफ शिकायत पर कार्यवाही करने का आश्वासन देते हैं…