एसडीएम लैन्सडाउन की जाँच में यमकेश्वर में भू-माफ़िया द्वारा अवैध खनन-सरकारी भूमि पर क़ब्जे की पुष्टि..

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एसडीएम लैन्सडाउन की जाँच में यमकेश्वर में भू-माफ़िया द्वारा अवैध खनन,सरकारी भूमि पर क़ब्जे की पुष्टि..
भगवान सिंह,जागो ब्यूरो यमकेश्वर :
“जागो उत्तराखण्ड” द्वारा यमकेश्वर क्षेत्र में भू-माफ़िया द्वारा पोकलैंड और जेसीबी मशीनों से किये जा रहे अवैध खनन और समतलीकरण को एसडीएम यमकेश्वर श्याम सिंह राणा के संज्ञान में लाये जाने पर भी मामले को लटकाये जाने पर “जागो उत्तराखण्ड” द्वारा मामले को जिलाधिकारी पौड़ी धीराज गब्र्याल के संज्ञान में लाया गया

एसडीएम यमकेश्वर की हीलाहवाली प्रथम दृष्टया महसूस करते हुये उन्होंने मामले की जाँच हेतु एसडीएम लैन्सडाउन अपर्णा धौंढियाल की अध्यक्षता में एक जाँच समिति बना दी ,जिसके अन्य तीन सदस्य अधिशाषी अभियन्ता लोनिवि लैन्सडाउन प्रवीण बहुखंडी, खान अधिकारी और उप प्रभागीय वन अधिकारी लैन्सडाउन वन प्रभाग हैं

समिति ने शनिवार को मौके पर जाकर अपनी जाँच पूरी कर ली है ,जिसमें घटना स्थल पर अवैध खनन और लोनिवि की भूमि पर अतिक्रमण की पुष्टि हुयी है,अलबत्ता बिना समतलीकरण की अनुमति के अवैध खनन करने वाली जीसीबी और पोकलैंड मशीनों को नियमानुसार सीज न किया जाना प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाने को काफ़ी है!

इस स्थान पर भूमाफिया द्वारा नेपाली मजदूरों से बालश्रम भी करवाया जा रहा था,जिसके वीडियो साक्ष्य “जागो उत्तराखण्ड” के पास उपलब्ध हैं और जिन्हें पूर्व में “जागो उत्तराखण्ड द्वारा प्रसारित भी किया गया है,मौके पर भू-माफ़िया द्वारा अवैध रूप से लगाये गये पुश्ते पर बैनर चस्पा कर कि उनके द्वारा 21 वर्ष से कम आयु के मजदूरों से श्रम नहीं करवाया जाता

ख़ुद ही अपने अपराध की पोल खोल रहा है,अब देखना यह है कि एसडीएम लैन्सडाउन अपर्णा धौढ़ियाल की अध्यक्षता वाली जाँच समिति, इन सारे पहलुओं पर गौर करते हुये जिलाधिकारी को क्या रिपोर्ट सौंपती है?”जागो उत्तराखण्ड” के पास घटनाक्रम के वीडियो और ऑडियो साक्ष्य सुरक्षित हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर डीएम पौड़ी के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।

ये था मामला…..
यमकेश्वर में पोकलैंड-जीसीबी मशीनों से अवैध निर्माण में जुटे भूमाफ़ियाओं ने गाँव का पहुँच मार्ग भी किया ध्वस्त..
जागो ब्यूरो यमकेश्वर एक्सक्लूसिव:
पौड़ी जनपद के यमकेश्वर विधानसभा के अन्तर्गत गैण्डखाल के निकट नाँद गाँव के ग्रामीणों की गाँव तक की सड़क पिछले डेढ़ महीने से बन्द है,ग्रामीणों की शिकायत पर “जागो उत्तराखण्ड”जब मौके पर पहुंचा तो हैरतअंगेज तस्वीर सामने आयी, यंहा पर लक्ष्मणझूला -गुमखाल मोटरमार्ग से नाँद गाँव तक की सड़क के पुश्ते भारी पोकलैंड और जेसीबी मशीनों को ले जाने की वजह से मशीनों के भारी वजन से टूट गये हैं,ये मशीनें यंहा प्रशासन से बिना किसी समतलीकरण की अनुमति के पहाड़ कटान का कार्य कर रही हैं, पूछने पर ग्रामीणों को कंफ्यूज करने के लिये इन मशीनों को पीडब्ल्यूडी के कॉन्ट्रेक्टर का, बताया जाता है,ये मशीनें पिछले कई महीनों से यंहा पर बिना अनुमति के पहाड़ कटान और खेतों के समतलीकरण का कार्य कर रही हैं,जिसमें कई पेड़ों को भी उखाड़ फेंका गया है,दरअसल इस इलाके में व्यासी के पास सिंगटाली से ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से गँगा नदी पार यमकेश्वर विधानसभा से जोड़ने वाला एक पुल प्रस्तावित है,जिससे भू माफ़िया इस इलाके का पर्यटन कारोबार हेतु स्कोप देखते हुये ग्रामीणों से औने -पौने दाम पर जमीनें खरीदने में जुट गया है और इस इलाके से भूमाफियाओं द्वारा ग्रामीणों की भूमि की खरीद में धोखाधड़ी की शिकायत भी लगातार मिल रही है,भूमाफ़िया पिछले चार महीने से इस इलाक़े में बिना प्रशासन की अनुमति के न केवल जेसीबी और पोकलैंड से अवैध खनन और समतलीकरण का कार्य कर रहा है,वरन नेपाली मूल के मजदूरों से बालश्रम भी करवा रहा है,आजकल बरसात के दिनों में खनन और समतलीकरण हेतु प्रशासन से जेसीबी और पोकलैंड से काम करने की अनुमति नहीं मिलती,क्योंकि पहाड़ियों का कटान करने से भूस्खलन से जान माल के नुक़सान का खतरा बना रहता है,ऐसे में इन नेपाली मूल के बाल श्रमिकों की जान राम भरोसे ही है,क्योंकि ये मजदूर बिना किसी सेफ्टी इक्युपमेंट/हेलमेट आदि और बीमे के अपनी जान को जोखिम में डालकर पहाड़ कटान का कार्य जारी रखें हैं,”जागो उत्तराखण्ड”ने मामले की जानकारी विधायक यमकेश्वर ऋतु खण्डूरी ,यमकेश्वर के एसडीएम श्यामसिंह राणा, खण्डूरी और लोक निर्माण लैन्सडाउन के अधिशाषी अभियन्ता प्रवीण बहुखंडी को वीडियो/फ़ोटो साक्ष्यों के साथ दे दी है,लेकिन माफ़िया पर कोई भी प्रशासनिक और दण्डात्मक कार्यवाही ख़बर लिखे जाने तक लम्बित है,लेकिन इस मामले से ये तो साफ़ हो गया है कि भले ही स्थानीय लोगों को अपने क्षेत्र में बन रहे पुल से अपनी जमीन की क़ीमत बढ़ने का अंदाज़ा न हो,प्रदेश से बाहर का भूमाफिया,इस पहाड़ी प्रदेश में जँहा भी पर्यटन या किसी अन्य तरह के कारोबार का स्कोप दिखायी दे, वँहा जल,जंगल और जमीन को निगलने को तैयार बैठा है!

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