21दिन के लॉकडाउन से उत्तराखण्ड के सीजनल जूस कारोबार पर संकट के बादल..

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21दिन के लॉकडाउन से उत्तराखण्ड के सीजनल जूस कारोबार पर संकट के बादल..

जागो ब्यूरो रिपोर्ट:

उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाकों में आजकल सर्दियों में संग्रहित माल्टा,नींबू के अलावा आजकल फल-फूल रहे बुरांश के फूलों के जूस के कारोबार का पीक सीजन है,इन जूसों की खपत मुख्यतःगर्मियों के मौसम में ही होती है,जब यहां पर पर्यटक पहुंचते हैं, जूस का खूब आनन्द लेते हुये ये पर्यटक काफ़ी मात्रा में जूस के साथ जैम,अचार आदि भी पैक कर इन्हें अपने अपने गंतव्यों तक ले जाते हैं,लेकिन इस बार इस कारोबार के ठीक पीक सीजन में कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के चलते इक्कीस दिनों का लॉकडाउन के कारण उत्तराखण्ड के पर्वतीय जिलों में लाखों रुपए का जूस, जैम, अचार आदि या तो प्रोसेसिंग यूनिट में बंद है या दुकान से बिक नहीं पा रहा है,क्योंकि लॉकडाउन में छूट के दौरान अगर दुकानें खुल रही है,तो केवल दो पहिया वाहन और वो भी वह भी सिंगल चलने की छूट के कारण लोग जूस नहीं ले जा पा रहे हैं,साथ ही कई जगह प्रशासन द्वारा जूस कारोबारियों को दुकान बंद रखने की भी हिदायत और चेतावनी भी दी जा रही है,जिससे ये कारोबारी डरे-सहमे हुए हैं,कि शायद इस साल उन्हें लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ेगा!फिलहाल लॉक डाउन की वजह से कोई पर्यटक भी पहाड़ो में नहीं आ रहा है और आने वाले दिनों में अगर लॉकडाउन लम्बे समय तक जारी रहता है,तो चार धाम-यात्रा भी प्रभावित होगी,साथ ही जूस और इसके साथ जैम, अचार आदि का कारोबार भी चौपट होने का पूरा अंदेशा है,पौड़ी के मांडाखाल के पास गिरीश पंत जी लम्बे समय से जूस का कारोबार कर रहे हैं,साथ में उनका पुत्र प्रदीप जिसने फ़ूड प्रोसेसिंग में डिप्लोमा किया हुआ है और परिवार के अन्य सदस्य भी उन्हें इस कारोबार में सहयोग कर रहे हैं, पन्त जी लोन पर चल रहे इस कारोबार में स्थानीय लोगों से पहाड़ी फल माल्टा, आंवला,एलुवेरा,गिलोय आदि खरीद कर और अपने साथ कुछ स्थानीय लोगों को जोड़कर स्थानीय स्तर पर रोजगार भी उपलब्ध कराते हैं,इसके अलावा खिर्सू रोड ओर फैड़ख़ाल और अन्य कई स्थानों पर पौड़ी जनपद में ही दर्जनों जूस,जैम,अचार आदि के कारोबारी मौजूद हैं,जिनमें मुख्यतः महिला स्वयं सहायता समूह शामिल हैं,जिनका गर्मियों का सीज न ही पैसे कमाने का वक्त होता है,लेकिन इस साल ठीक ऐन वक्त पर लॉकडाउन होने से उनके कारोबार की कमर टूटने की संभावना बन गई है!पहाड़ी परिवेश से आने वाले पौड़ी के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल के संज्ञान में “जागो उत्तराखण्ड” द्वारा यह मामला लाये जाने पर उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुये कहा कि जनपद के जूस और उससे जुड़ी हुई वस्तुओं के कारोबारियों को आवश्यक उत्पाद मानते हुयेन, उन्हें दुकान खोलने और बाजार में आउटलेट उपलब्ध कराने की अनुमति दे दी जायेगी,”जागो उत्तराखण्ड” प्रदेश सरकार और प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार जी से जो जनहित के मुद्दों पर काफी प्रोएक्टिव रहते हैं से अनुरोध करता है कि पूरे प्रदेश में जहां-जहां जूस,जैम,अचार आदि के सीजनल कारोबारी हैं,वहां इन कारोबारियों के उत्पाद खरीदने और बेचने के लिये सहूलियतें प्रदान की जाय,इन कारोबारियों को राहत इस आधार पर भी दी जाय,क्योंकि इनके जूस दवा का काम भी करते हैं,गिलोय,एलोवेरा, बुरांस,नींबू ,आँवला आदि के जूस शरीर की इम्युनिटी बढ़ाते हैं और इनकी मेडिसनल वैल्यू सभी जानते हैं,”जागो उत्तराखण्ड”द्वारा उठाये गये इस महत्वपूर्ण मुद्दे का संज्ञान लेकर पौड़ी जनपद के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने तो जूस,जैम,अचार कारोबारियों को राहत दे दी है,उम्मीद है कि सरकार और शासन के निर्देश पर ये राहत जल्द ही पर्वतीय जिलों के अन्य कारोबारियों को भी मिल जायेगी,साथ ही जनता भी लॉकडाउन के दौरान पहाड़ी फलों का जूस का आनन्द लेते हुये कोरोना से लड़ने के लिये जरूरी अपने शरीर की इम्युनिटी को भी बढ़ा सकेगी!

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